वृंदावन में ख़ुशियाँ फिर आई जब हरियाली हैं छाई। वृंदावन में ख़ुशियाँ फिर आई जब हरियाली हैं छाई।
तू मेरा और मै हूं तेरी, जाने ये दुनिया सारी। तू मेरा और मै हूं तेरी, जाने ये दुनिया सारी।
तभी तो होता है प्रलय का आगाज काश कि गगन मुस्कुराता रहे तभी तो होता है प्रलय का आगाज काश कि गगन मुस्कुराता रहे
इतना तू उस मैं से कर, मोह माया इस मैं में बस। इतना तू उस मैं से कर, मोह माया इस मैं में बस।
अजीब लोग थे वहाँ के, जैसे हों आदिमानव... अजीब लोग थे वहाँ के, जैसे हों आदिमानव...
तेरी शरण में लीन हो जाऊं। तेरी शरण में लीन हो जाऊं।